कहीं राम देखे कहीं शाम देखे
माँ के भवनों मैने चारो धाम देखे
कहीं राम देखे कहीं शाम देखे
माँ के भवनों मैने चारो धाम देखे
यहाँ बङे ही तपस्वी है शेरोवाली का नाम जपते देखे
नित ऋषी मुनी माँ का ना जपते
माँ की रहमतो से झोली सारे भरते
कहीं भोले शकंर हाथ माला पकङ
शेरावोली का है जपते वो नाम देखे
कहीं राम देखे कहीं शाम देखे
माँ के भवनों मैने चारो धाम देखे
कहीं राम देखे कहीं शाम देखे
माँ के भवनों मैने चारो धाम देखे...
लाखो भटके हुऐ दिलो ने है पाई शान्ति
माँ की दृष्टी को है सृष्टी सारी मानती
ये है घोर अज्ञान का अन्धेरा हरती
यहाँ विष्णु भगवान पवन सुत हनुमान करते
मैया जी की सेवा निष्काम देखे
कहीं राम देखे कहीं शाम देखे
माँ के भवनों मैने चारो धाम देखे
कहीं राम देखे कहीं शाम देखे
माँ के भवनों मैने चारो धाम देखे...
यहीं सन्तो की सुखदायी वाणी कहती
ये दुखीया लाचार बेसहारो की है माँ
यहाँ रोज बैठ कर ब्रह्मा वेद पङदे
सारे योगी तपस्वी माँ का नाम लेते
कहीं राम देखे कहीं शाम देखे
माँ के भवनों मैने चारो धाम देखे
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Agar Apko Koi Bhi Lyrics Chahiye Ap Mujhe Bataiye Ji