गड़ी चली गड़ी चली गड़ी चली
गड़ी चली गड़ी चली गड़ी चली
माँ दे प्यार नु
भोली माँ दे प्यार नु
चिठ्ठी वैष्णौ ने सरेया नु घली
गड़ी दे विच लगन जैकारे
भेन्टा गाउन्दे भगत पेयारेय
मार दे ने तालिया,
हो के नाम दे नशे दे विच टली
गड़ी चली गड़ी चली गड़ी चली
गड़ी चली गड़ी चली गड़ी चली
गड़ी चली जम्मू कटरे
रोज़ ही जावँ हज़ारां बछड़े
कठिन चढाईया चढ़दे
केहेन्दे गुफ्फा विच मिल्दी तसली
गड़ी चली गड़ी चली गड़ी चली
गड़ी चली गड़ी चली गड़ी चली
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