काहारो डोली ना चाऐयो, हजे मेरा बाबुल आया नहीं ।
जेड़ा औने सुट भेजेया सी हजे तक मैं हंडाया नहीं ।।
"बाबुल राजा तेरे सात बेटे हो, तु उने तो कभी जुदा करता नहीं।
बेटी एक भी हो उसे जुदा क्यों करना पडता है ।।"
विर सत हुँदे घरो कडदा ना,
धी ईक वी घार ना समा सकी।
वे जेड़ी घरो तुरन वेले गई रोंदी,
ओनु माँ ना चुप करा सकी।।
"बाबुल राजा ज़रा सी मिट्टी मेरे कपड़ो मे लग जाती थी,
तु ढेरो सुट ले आता था।
कोई मुझे घुर के देख लेता था, तु उसकी आंखें निकाल लेता था।।
मेरे हाथ झाडू देख लेता था, उसे दुर फेंक देता था।
कहता था तेरे हाथ मैलै हो जाऐंगे और आज,,,,,,"
वे मैनु कुड़े दे वांग बाबला वे क्यों बाहर सुटेया ई।
तु मैनु दस बाबला वे मैं तेरा की गवाया ई।।
"बेटी मजबूर है जानती है, के अब तो उसे जुदा होना है।"
सांभ लै नी माँ मेरे गुड़िया पटोले, धी अज हो चली अखियाँ तो ओले।
"विदा होने लगती है देखती है दुर खंबे की आड मे भाई खड़ा रो राहा है।
किसी का ध्यान ऊधर नहीं हैं, भागती है भाई के साथ लिपट जाती है।।"
के विरा दुर खड़ा रोवे किसे ने चुप कराया नहीं।।
काहारो डोली ना चाऐयो,,,
"कहानी का तिसरा हिसा बेटा विदेश चला तो गया।
एक एक कमरे मे बिस बिस लोग रह रहे हैं ।।
चिठ्ठी क्या लिखे खाने तक के लिऐ पैसा नहीं है ।
क्या करे अपना देश उसके लिऐ विदेश बन गया ।।
वो वही से कहता है,,,,,,,,,"
परदेस च बैठिये अमिये नी तेरा बछड़ा याद करे,
रो रो फरियाद करे
नि तैनु सुती नु झड आया सां, मैनु ऐथे निंद ना आऊँदिऐ।
जी करदा ऐ उड के आ जावा पर पेश कोई ना जांदिऐ।।
ऐथे रहन नु थां ना मिलदी ऐ, ममता दी छां नहीं मिलदिऐ।
वैसे ता सब कुछ मिल जांदा ऐ पर ऐथे माँ नहीं मिलदिऐ।।
माँ क्या करे,,,,
आजा वे आजा परदेसिया,
नि मेरी अख दा तारा नि मेरे दिल दा सहारा।
नि मेरा लाल प्यारा,
वे किस ने हथो खोया के ओ परदेसी होया।।
आजा वे आजा परदेसिया,,,,,,,
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Agar Apko Koi Bhi Lyrics Chahiye Ap Mujhe Bataiye Ji