बुधवार, 3 मार्च 2021

मने नाचन दे जगराते मे।।

मै तो नाचूँ मईया जी के नवरते मे,
मने नाचन दे जगराते मे।।

ढोलक झांझ मन्झिरे बाजे,
अन्ग्ना मईया आन बिराजे,
अरे मै तो आज नहीं हुँ आपे मे,
मने नाचन दे जगराते मे।।

घर घर मईया सब के पधारी,
कर के आई माँ शेरसवारी,
आई खुशियाँ भरने खाते मे,
मने नाचन दे जगराते मे।।

जय माता की, जय माता की,
लगन लगी बस माँ के नाम की,
मै तो भाज ने लगा ना घाटे मे,
मने नाचन दे जगराते मे।।

भग्तो सब मिल नाचो गाओ,
अरे हलवे चने का भोग लगाओ,
मने भगत रहे ना फाके मे,
मने नाचन दे जगराते मे।।


languriya

लान्गुरिया तेरी एक ना मानूंगी,
भवन मे छम छम नाचूँगी।।

भवन मे तूं कैसे जाओगी,
वहां पे तेरा ससुरा मिल जायेगा,
ससुर से, ससुर से, परदा कर लुंगी,
भवन मे छम छम नाचूँगी।।

भवन मे तूं कैसे जाओगी,
वहां पे तेरा जेठा मिल जायेगा,
जेठ से, जेठ से, पीछा फेरुँगि,
भवन मे छम छम नाचूँगी।।

भवन मे तूं कैसे जाओगी,
वहां पे तेरा देवर मिल जायेगा,
वहां पे तेरा न्ंदोई मिल जायेगा,
नंदोई को, देवर को, संग ना चालुन्गी,
भवन मे छम छम नाचूँगी।।

मने नाचन दे जगराते मे।।

मै तो नाचूँ मईया जी के नवरते मे, मने नाचन दे जगराते मे।। ढोलक झांझ मन्झिरे बाजे, अन्ग्ना मईया आन बिराजे, अरे मै तो आज नहीं हुँ आपे मे, मने न...