असी कर्मां वाले हाँ सेवादार हाँ झन्डेवाली दे,
माँ दे मत्वाले हाँ सेवादार हाँ झन्डेवाली दे।।
ए जीवन है माँ दा दित्ता, माँ नू कित्ता अर्पण है,
माँ दी सेवा दे विच साडा, तन मन होया समर्पण है,
असी माँ दे हवाले हाँ, सेवादार हाँ झन्डेवाली दे।।
कर्म है कित्ता माँ ने साडी सेवा लेखे लाई ए,
कर्म जगाये सुत्ते साडे, माँ दी ही वडियाई ए,
असी डीग्दे सम्भाले हाँ, सेवादार हाँ झन्डेवाली दे।।
चाकर बन के माँ दे दर दी करदे सेवदारि हाँ,
झन्डेवली माँ दे दर दे सागर बडे आभारी हाँ,
असी जग तो निराले हाँ, सेवादार हाँ झन्डेवाली दे।।