मन्त्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं जनार्दन ।
यत्पूजितं मया देव परिपूर्णं तदस्तु मे ।।
तेरी पूजा ना जानू तेरी भक्ति ना जानू 
मुझे शक्ती दो भवानी तेरी शक्ती को मानू 
तेरी पूजा ना जानू तेरी भक्ति ना जानू 
मुझे चरणो से लगा लौ 
माँ मुझे चरणो से लगा लौ 
मुझे अपना माँ बना लौ 
माँ अपना माँ बना लौ 
तेरी शक्ती सबने मानी
माँ शक्ती सबने मानी 
मुझे शक्ती दो भवानी 
तेरी पूजा ना जानू तेरी भक्ति ना जानू
मै कैसे करुँ तेरी सेवा 
माँ कैसे करुँ तेरी सेवा 
तू है जगदम्बे देवा
माँ है जगदम्बे देवा 
मेरी शमा करो नादानी
माँ शमा करो नादानी 
मुझे शक्ती दो भवानी
तेरी पूजा ना जानू तेरी भक्ति ना जानू
तू है ज्योती रूप ज्वाला
माँ ज्योती रूप ज्वाला 
तेरा चारो तरफ है उजाला 
माँ चारो तरफ है उजाला 
तेरी जागती जोत नूरानी
माँ जागती जोत नूरानी 
मुझे शक्ती दो भवानी 
तेरी पूजा ना जानू तेरी भक्ति ना जानू
तेरी कोई ना जाने माया 
माँ कोई ना जाने माया
तेरा भेद किसी ने ना पाया 
माँ भेद किसी ने ना पाया 
हम चंचल हैं अज्ञानी 
माँ चंचल हैं अज्ञानी 
मुझे शक्ती दो भवानी 
तेरी पूजा ना जानू तेरी भक्ति ना जानू
