नी मैं दुध काहे नाल रिडकां चाटी चो मधानी लै गया।
लै गय भई लै गया नंद किशोर लै गया
लै गय भई लै गया माखन चोर लै गया
नंद बाबा तो पैन गियां झिडका
चाटी चो मधानी लै गया।
अदी अदी राति मेरा कुंडा खड का वे,
हाऐ मखन दे मखन दे छोर मचावे,
हाऐ जदो मै मखन ना दिता,
मेरा पुट के परांदा लै गया ।।
चाटी चो मधानी लै गया।।
गई सी मै राध कोल श्याम नू मना लै,
हो श्याम तेरा प्यारा प्यारा तू ही ओ समझा लै,
हो राधा रानी गुसा हो गई,
बिन गल तो ही रोला पै गया।।
चाटी चो मधानी लै गया।।
गई सी यशोदा कोल श्याम नू मना लै,
तु ही ओ सिरे चाडे या तु ही समझा लै,
हाऐ वाली सी ओ तिनो लोकां दा,
जाके माँ दी गोदी च बै गया।।
चाटी चो मधानी लै गया।।